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कवि का उद्घघोष-समय की धारा पर आरुढ होकर "युगो युगो

कवि का उद्घघोष-समय की धारा पर आरुढ होकर "युगो युगो तक प्रेरित करता रहता है।--कवि सहज ह्रदय व प्रकृति प्रेमी होता है।---कवि जो रचना प्रेषित कर देता है व कालातीत व कालजयी दूत बनकर वायु के स्पंदन मे गुँजायमान होता रहती है---ओ एम जे़

#Mylanguage  ©Madhubala Maurya Govind Singh Borana  Sandeep सलीम पटेल poojasoni

कवि का उद्घघोष-समय की धारा पर आरुढ होकर "युगो युगो तक प्रेरित करता रहता है।--कवि सहज ह्रदय व प्रकृति प्रेमी होता है।---कवि जो रचना प्रेषित कर देता है व कालातीत व कालजयी दूत बनकर वायु के स्पंदन मे गुँजायमान होता रहती है---ओ एम जे़ #Mylanguage ©Madhubala Maurya @Govind Singh Borana Sandeep @सलीम पटेल @poojasoni #विचार

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