Nojoto: Largest Storytelling Platform

वो देता है दर्द बस हमी को; क्या समझेगा वो इन आँखों

वो देता है दर्द बस हमी को;
क्या समझेगा वो इन आँखों की नमी को;
​चाहने वालों की भीड़ से घिरा है जो हर वक़्त;वो देता है दर्द बस हमी को;
क्या समझेगा वो इन आँखों की नमी को;
​चाहने वालों की भीड़ से घिरा है जो हर वक़्त;
वो महसूस ​क्या ​करेगा ​बस ​एक हमारी कमी को। ​
वो महसूस ​क्या ​करेगा ​बस ​एक हमारी ककम
वो देता है दर्द बस हमी को;
क्या समझेगा वो इन आँखों की नमी को;
​चाहने वालों की भीड़ से घिरा है जो हर वक़्त;वो देता है दर्द बस हमी को;
क्या समझेगा वो इन आँखों की नमी को;
​चाहने वालों की भीड़ से घिरा है जो हर वक़्त;
वो महसूस ​क्या ​करेगा ​बस ​एक हमारी कमी को। ​
वो महसूस ​क्या ​करेगा ​बस ​एक हमारी ककम