फिर मुलाक़ात की बात हुई फिर इंतज़ार की रात हुई, ना दिन में था चैन ना रात में थी खामोशी, ना दिल में था सुकून ना जिस्म में थी बेहोशी, बस इंतजार था तो एक बार उसके आने का, उसका मेरे पास आकर मुझसे लिपट जाने का, बस यहीं सपने देखते देखते कई रात ख़तम हुई, फिर मुलाकात की बात हुई फिर इंतज़ार की रात हुई। #TheDarkNight