हर लम्हें में डर है यहां इंसान इंसान का बना बैठा दुश्मन है रूह में सर्प , मुंह में लिए सर्प दंश है अब यहां खेल हो गया और भी जहरीला रहना अब और संभलकर क्यों की अब ये पूरा खेल ही जहर है जहर का खेल #रूहमेसर्प