नश्वर है काया ये सबको पता विश्वास के तालमेल के बिना, कहांँ कोई ईश्वर को समझ सका लक्ष्मण जी ने अपना तालमेल भ्राता धर्म के साथ बिठाया, चौदह वर्ष प्रभु राम के चरणों में अपना धर्म निभाया जननी का जनक के साथ हुआ जब प्रेम का तालमेल, तब जाकर नवजात धरा पर आया नवजात ने जब अपनी मिट्टी और खिलौनों से तालमेल बैठाया, तब जाकर वो बड़ा हो पाया पंछी सुर से सुर मिलाए, आपस में एक दूसरे से अपनी ही भाषा में तालमेल बिठाए किसानों ने अपना सब कुछ अन्नदायिनी पर लुटाया,मिट्टी से तालमेल के चलते ही वो अनाज उत्पन्न कर पाया नौजवानों ने अपने साहस से देश सेवा का फर्ज चुना, समस्त रिश्ते नातों से अपनी इंद्रियों का तालमेल बिठाया भारत ने सभी धर्मों को अपनाया उनके रीति-रिवाजों से तालमेल बैठाया, तभी तो मेरा भारत महान कहलाया! Challenge-137 #collabwithकोराकाग़ज़ 8 पंक्तियों में अपनी रचना लिखिए :) #तालमेल #कोराकाग़ज़ #yqdidi #yqbaba #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़ ™️