Nojoto: Largest Storytelling Platform

इन हवाओं में एक भीनी सी सुंगध, आज भी है, जो याद दि

इन हवाओं में एक भीनी सी सुंगध,
आज भी है,
जो याद दिलाती है कभी,
इन्हीं हवाओं में आप
स्वांश लिया करते थे।

कितने खुशकिस्मत होंगे वो,
जिन्हें प्राण होम देने का मौका मिला,
संग आप के कदम से कदम मिलाकर।

काश कोई नाता होता आपसे,
आप बड़े प्रा होते मेरे,
राखी की रस्म के तौर पर,
मैं भी आपके साथ फंदे को
रेशम का धागा समझ लेती।

उन सभी क्रूरता के दायरों को,
जिन्हें पार किया जा चुका था,
हम हंसते हुए सह लेते।

फिर लगता है इतनी हिम्मत!
मैं क्या सच में जुटा पाती।
 जुनून आपसे ही मिलता ना,
मेरे अच्छे बड़े भैया।

©??
  #bhagatsingh 
हैप्पी बर्थडे 🥰
28 सितंबर
usssharma6827

Lamha

Bronze Star
New Creator
streak icon1

#bhagatsingh हैप्पी बर्थडे 🥰 28 सितंबर #Poetry

621 Views