क्या होता है उस इश्क़ का जो अधुरा रह जाता है? बारिश की बूँद की तरह किसी दरिया में मिल जाता है या उसे मुक्कमल जहां मिल जाता है? तो स्वाल ये है कि क्या होता है उस इश्क़ का जो अधुरा रह जाता है?? क्या होता है उस इश्क़ का??