जैसे सावन की आंधी हो यूँ याद तुम्हरी आती है एक पल mai प्यारे सपने ko तोड़ के क्यू रख जाती है हर दरवाजे हर खिड़की को यादों के डर से बंद किया पर पता नहीं किस ओर से वो मेरे दिल मे झांक के जाती है ©shakti ayodhyawasi jaise sawan ki aandhi #LostTracks