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हमलोग कभी साथ रहा करते थे एक भी दिन बिना मिले नहीं

हमलोग कभी साथ रहा करते थे
एक भी दिन बिना मिले नहीं रह पाते थे
वो हरेक छोटी छोटी सैतानियाँ
जो एक दूसरे को तंग करने के
किया करते थे
क्या वो दिन याद हैं तुम्हे
हमलोग अपनी गलती से बचने
के लिये
कितनी झूठ बोला करते थे
होम वर्क पूरा नहीं रहने पे
टीचर के सामने फट से कोई नया बहाना ढूँढ लेते थे
अरे अरेऔर वो दिन कैसे भूल सकते हो
जिस दीन हमलोगों ने क्लास में 
दूसरे ग्रूप वालों से पंगा मोल ले लिया था
और क्लास में टीचर्स के पूछने पर
हम पांचो भोली सी सकल बनाये
खड़े हुए थे
तब टीचर ने क्या बोला था, याद हैं
जितनी भोली सकल बनाये हो
उतनी भोली तो वाकई में भी नहीं हो
और हमलोगों को पुरे क्लास बाहर 
रहना पड़ा था
लेकिन हमलोगो का क्या था
हमलोग तो बाहर मस्ती कर रहे थे
सच में यार जितना भी उन दिनो को
याद करती हूँ
भूल नहीं पाती हूँ
सच में वो क्या दीन थे।

©sweta Bharti #wobhikyadinthe#tlc
हमलोग कभी साथ रहा करते थे
एक भी दिन बिना मिले नहीं रह पाते थे
वो हरेक छोटी छोटी सैतानियाँ
जो एक दूसरे को तंग करने के
किया करते थे
क्या वो दिन याद हैं तुम्हे
हमलोग अपनी गलती से बचने
के लिये
कितनी झूठ बोला करते थे
होम वर्क पूरा नहीं रहने पे
टीचर के सामने फट से कोई नया बहाना ढूँढ लेते थे
अरे अरेऔर वो दिन कैसे भूल सकते हो
जिस दीन हमलोगों ने क्लास में 
दूसरे ग्रूप वालों से पंगा मोल ले लिया था
और क्लास में टीचर्स के पूछने पर
हम पांचो भोली सी सकल बनाये
खड़े हुए थे
तब टीचर ने क्या बोला था, याद हैं
जितनी भोली सकल बनाये हो
उतनी भोली तो वाकई में भी नहीं हो
और हमलोगों को पुरे क्लास बाहर 
रहना पड़ा था
लेकिन हमलोगो का क्या था
हमलोग तो बाहर मस्ती कर रहे थे
सच में यार जितना भी उन दिनो को
याद करती हूँ
भूल नहीं पाती हूँ
सच में वो क्या दीन थे।

©sweta Bharti #wobhikyadinthe#tlc