बैरी जग से दूर कहीं गुम होना चाहता हूँ इक बार फिर जीभर रोकर हल्का होना चाहता हूँ! नि:शब्द ही उसे समझाये एक दौर गुजर गया माँ के उस पल्लू में रोये हुए ज़माना बीत गया ! ©duggu_durgesh पल्लू...💕💕 #maa