घटना हो या दुर्घटना सही हुआ, यही होना चाहिए था! उसने अब तक जो किया उस पर तो कभी चर्चा, बहस या संवेदनाएँ प्रदर्शित नहीं करती मीडिया, लेकिन उसके साथ जो हुआ उस पर बहुत ध्यान और समय दिया जाता है! ऎसा क्यों? सोचिए जरा! यही मनोवृत्ति तो अपरधियों को महिमा मंडित करती है और बढ़ावा दिए जाती है!! #विकास दुबे कानपुर #12. 07.20 #StreetNight