मैं सब कुछ छोड़ के तुम्हारे पीछे घूमता रहूं, इतना पागल समझ रखा है क्या मुझे, अपने सपनों को जला कर राख कर दूं तुम्हारे खातिर, इतना पागल समझ रखा है क्या मुझे, देखो जितना खेलना था खले लिया, तुमने मेरे दिल के साथ, मैं परिवार के आशाओं को तोड कर खुदगर्ज हो जाऊं, इतना पागल समझ रखा है क्या मुझे ।। ©Mahi #शायरी #शायर #Hindi #hindi_poetry #HindiPoem #hindi_shayari #hindinojoto #New #MereKhayaal