दरिंचे पर रक़्स-ए-सबा देखने मिलती है. जब पलकों पे रंग-ए-फ़िज़ा देखने मिलती है. कशमकश है की और कुछ देखा ही नहीं. जब तेरी आँखों में दुनिया देखने मिलती है. उसके चूमते ही मेरे ज़ख़्म भर से गए. देखा लब पर उसके दवा देखने मिलती है. #NojotoQuote एक मतला दो शेर. अर्थ :- दरिंचे - खिड़की रक़्स-ए-सबा - नाचते हुए सुबह की हवा रंग-ए-फ़िज़ा - रंग भरे माहौल