थक जाए एक जहां से तो दूसरा जहां ढूंढता है, नादान है मुसाफ़िर, कातिलों की बस्ती में सुकून का मकान ढूंढता है.... #थकन #जहां #नादान #मुसाफिर #कातिल #बस्ती #सुकून #मकान