किसने देखा है यह इतिहास? बस कर लिया यूं ही किताबों पर विश्वास। किसने देखा है ईश्वर और कहां है उसका निवास? बस कर लिया ना? यूं ही मन में विश्वास। किसने देखी वह इंसान के मन की कड़वास बस अच्छा समझ कर कर लिया ना यूं ही विश्वास। क्यों गलतियों को बार-बार दोहराते हो क्यों? खुद को दूसरों से बेहतर बताते हो। क्या यही थे तुम्हारे संस्कार जो करते हो इतना अहंकार pagalshayar #Morning #Shayari