Nojoto: Largest Storytelling Platform

अंदर हैं एक ठहरा समुंद्र बाहर हैं ख़ामोशी का बवंडर

अंदर हैं एक ठहरा समुंद्र
बाहर हैं ख़ामोशी का बवंडर।।
दिल में हैं एक कसक
चारों ओर हैं दर्द भरा मंज़र।।
हो चुका हैं दूर सबसे
दिल मेरा बन चुका हैं खंडर।।
ना चाहत है ओर ना ही हैं कोई सहारा
मेरी ही तरह
मेरा ख़्वाब भी हो चुका हैं बेघर।।
ख़ामोशी ही हैं बेहतर
जो हुआ
शायद वही था और हमारा मुकद्दर।।।

©Sheetal Buriya #Life #Poetry #PoetryOnline #sheetalburiya #poem #storyofmylife 

#MereKhayaal
अंदर हैं एक ठहरा समुंद्र
बाहर हैं ख़ामोशी का बवंडर।।
दिल में हैं एक कसक
चारों ओर हैं दर्द भरा मंज़र।।
हो चुका हैं दूर सबसे
दिल मेरा बन चुका हैं खंडर।।
ना चाहत है ओर ना ही हैं कोई सहारा
मेरी ही तरह
मेरा ख़्वाब भी हो चुका हैं बेघर।।
ख़ामोशी ही हैं बेहतर
जो हुआ
शायद वही था और हमारा मुकद्दर।।।

©Sheetal Buriya #Life #Poetry #PoetryOnline #sheetalburiya #poem #storyofmylife 

#MereKhayaal