खून,खून का प्यासा होगा, तलवारों का व्यापार अच्छा खासा होगा, कलयुग है यह,देख आगे क्या क्या होगा !! समंदर अपनी हदें भूल जाएगा, इंसानों का पाप धुल जाएगा, कांप उठेगी धरती एसे, पत्थरों का महल मिट्टी मे घुल जाएगा, किस बात का तूझे अभिमान है, यही ना कि सिर्फ तू ही तू इंसान है? जो मर्यादा ना भूले,बांध के रखे धैर्य, इतिहास मे चमकता है उनका ही शौर्य, कर्म के फल से तो भगवान भी ना बच पाए, हर कोई किरदार है,ना जाने कौन सा खेल रच जाए, और जरूरी नहीं हर बार तेरे हाथ मे पासा होगा, कलयुग है यह,देख आगे क्या क्या होगा !! #yqbaba #yqdidi #life #lawofkarma #karma #kalyug #gameoflife #hindipoetry