कुछ सपने मेरे मर गये, कुछ आँखों में समाए हैं। कुछ सपने मेरे गुम हो गए, कुछ दिल में अभी छुपाए हैं। कुछ सपने मेरी आँखों में, तड़प तड़प के रोए हैं। ये सपने हीरे मोती हैं, मैंनें लड़ियों में पिरोए हैं। कुछ सपने बड़े हसीन हैं, कईयों ने आँसू धोए हैं। बस यही तो मेरे सपने हैं, जो टुकड़े टुकड़े होए हैं। ©Deepu #broken_dreams