तलाश में था मैं जिसकी वो लम्हा आया अपने साथ कितनी रहमते साथ लाया वक़्त देखो कितना अफज़ल आया दुआए अब होगी सबकी लाजमी कबूल बरकतों का महीना "रमज़ान" आया एक प्यारी सी खुशबू हबा में बहती जाती है ओर हर सजदे में मदीने की खुशबू आती है दिल ए बेचैन को भी चैन आए जो,एक हसरत मेरी इस महीने के सदके में मुकम्मल हो जाए नमाज़ ए इश्क़ अदा करु मैं मदीने में वही के वही मेरा दम निकल जाए शहादत ए जाम नोश पाएगे और जन्नत से भी प्यारी जन्नतुल-बकी में आराम फरमाएंगे रूह मेरी एक बार जो आका से मिली तो फिर जुदा न हो पाएगी यही वजह है मुख्तसर मेरी पहली नमाज़ ही मेरी आखरी कहलाएगी ©GNSQ Hussaini #Nojoto #NojotoWODHindiquotestatic #nojotoshayari #gnsqhussaini #ramadan