डगमगाते पांव को सम्भाल लूंगा मैं पांव न पड़ने दूंगा जमी पर हाथ लागा दूंगा में, बस भरोसा राखियों तू खुद पर तेरी मुस्कान को बढ़ा दूंगा में । ©maher singaniya Neeraj ji #MaharanPratapJayanti