बंगाल में 14 साल की बालिका के साथ सामूहिक दुष्कर्म उसके बाद मौत और फिर बिना मृत्यु प्रमाण पत्र से पोस्टमार्टम के अंतिम संस्कार की घटना दिल दहलाने वाली है हमेशा की तरह बंगाल पुलिस ने पहले तो मामला ही दर्ज नहीं किया इसके बाद एनजीओ के आताचे के बाद मामला दर्ज हो पाया घटना तो हार दे फिर आदत है उसने भी अधिक दुखद है ममता बनर्जी की शर्मनाक शरण प्रतीक है उन्होंने कहा कि यह तो प्रेम प्रसंग अलका लगता है तो हो सकता है कि वह गर्भवती हो ममता बनर्जी कानून में उचित है मुख्यमंत्री भी ऐसा बयान गलत है यह बहुत ही अच्छा हुआ कि हाई कोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई को दे दी उनकी कार्यशैली में सुधार ला सकते हैं ©Ek villain #मतदाता ही सुधरेंगे ममता की कार्यशैली #Pinnacle