ये सच कि तुम कल थी.. और ये सच कि तुम आज नहीं हो.. ना जाने क्यों एक झूठ सा लगता है.. वो बातें कि ता-उम्र दोगे मेरा साथ एक बेमानी सा लगता है.. मेरी दुनिया रुकी सी है अब तलक ना जाने कैसे पर ये वक़्त चलता ही रहता है.. #humsafar #ta-umra #nojotopoetry