कहाँ देता है कोई साथ ज़िन्दगी के लिये सबने छोड़ा है मेरा हाथ अज़नबी के लिये कहीं साया है कहीं साँसें हमसफ़र मेरी सिर्फ मिलती नहीं हयात दोस्ती के लिये दो कदम साथ तेरा मेरा मुख़्तसर तो नहीं उम्र रह जाएगी तेरे बाद बेबसी के लिये यूँ तो ज़िंदा हूँ कई सदियों से मैं लेकिन अब भी तरसा हूँ कई बार ज़िन्दगी के लिये वैसे बेरंग नहीं इस जहाँ के शय फिर भी कोई रोता है आसमां को कोई ज़मीं के लिये #साथ📙 #yrquote #yrquotedidi #yqlove