ज़िंदगी में मोहब्बत हो अगर तो ऐसी हो काॅंटों में भी खिल कर महकते गुलाब के जैसी हो। नींदों में ही सही लेकिन रोज़ आ कर मिले जो, ऐसे किसी हसीन से ख़्वाब के जैसी हो । ना-उम्मीदी के ॲंधेरे में भी रौशनी बन जाए जो, ऐसे किसी रौशन महताब के जैसी हो। अर्से से उलझे रहे किसी सवाल में और अचानक से मिल जाए जो ऐसे किसी सही जवाब के जैसी हो। बंजर सी ज़मीन को भी शाद-ओ-आबाद कर दे जो , आसमान से खुल कर बरसते हुए पाक़ीज़ा आब के जैसी हो। तपते सहरा में सराब सा वहम ना लगे कोई, दिल-ओ-रूह की प्यास बुझाए जो,ऐसे शफ़्फ़ाफ़ पानी के तालाब जैसी हो। बन जाए जो दिल की तस्कीन का सबब, ऐसे किसी बेहतरीन सवाब के जैसी हो। ज़िंदगी में मोहब्बत हो अगर तो ऐसी हो, काॅंटों में भी खिल कर महकते गुलाब के जैसी हो । ©Sh@kila Niy@z #basekkhayaal #basyunhi #Zindagi #mohabbat #nojotohindi #Quotes #21October shayari in hindi