लाशे जल रही है, दिल में कही अरमान रह गए परिवार उजड़ रहे है, मकानों में सन्नाटे रह गए अपने कोई रहे नहीं है, बने सब अनजान रह गए निकल गई सांसे अपनो की, लाचार हम इंसान रह गए Covid-19 ©ashvini saini लाशे #covid19 #shayri #Poetry #कविता #ashvinisaini #Nojoto #Tranding #Love