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#खोटी लडकी #KL वो रिश्ता बहुत खास लगा मुझे,बिन र

 #खोटी लडकी

#KL

वो रिश्ता बहुत खास लगा मुझे,बिन रिश्ते के भी जो निभ गया 

अम्मी ने बताया कि उन्होंने मेरे पिता से इस बारे में बात की, उन्हें समझाया कि अनवर निशा से शादी करना चाहता है। वह गालियाँ देने लगे,अनवर को मारने की धमकी देने लगे। मैं भी जिद पर अड़ गई और पीछे नहीं हटी अनवर का निशा के साथ निकाह करवाकर ही मानी।तेरे पिता ने अनवर को खूब पीटा,सारा मोहल्ला हम पर थू थू करने लगा, मुझे लगा कि यह शहर छोड़ देना चाहिये। हम तीनों किसी को बिना बताये जयपुर आ गये। यहाँ मेरा मायका है,इसलिये सब कुछ आराम से हो गया। हमने किसी को निशा का अतीत नहीं बताया है।सब कुछ जानकर मुझे अपने पिता से इतनी नफरत होने लगी कि मैं कुछ बयान नहीं कर सकती।जब अपने घर कानपुर आई, तो माँ पिता से बात करने का मन ही नहीं कर रहा था। मेरे पिता इतने बेशर्म थे कि एक बच्ची के साथ वह सब करते रहे। आंखें गीली और झुकी हुई थी मेरी। मैं घर आकर अपने कमरे में जाकर लेट गई,माँ चाय लेकर आई।मैंने बोला माँ मुझे वो मिली थी- वो कौन माँ ने पूछा। खोटी लड़की- मैंने ऊंची आवाज में कहा, घर पर मेरे पिता भी थे। आज रविवार का दिन था, मैंने जानबूझकर ऊँची आवाज़ में कहा, ताकि वह सुन सकें।
 #खोटी लडकी

#KL

वो रिश्ता बहुत खास लगा मुझे,बिन रिश्ते के भी जो निभ गया 

अम्मी ने बताया कि उन्होंने मेरे पिता से इस बारे में बात की, उन्हें समझाया कि अनवर निशा से शादी करना चाहता है। वह गालियाँ देने लगे,अनवर को मारने की धमकी देने लगे। मैं भी जिद पर अड़ गई और पीछे नहीं हटी अनवर का निशा के साथ निकाह करवाकर ही मानी।तेरे पिता ने अनवर को खूब पीटा,सारा मोहल्ला हम पर थू थू करने लगा, मुझे लगा कि यह शहर छोड़ देना चाहिये। हम तीनों किसी को बिना बताये जयपुर आ गये। यहाँ मेरा मायका है,इसलिये सब कुछ आराम से हो गया। हमने किसी को निशा का अतीत नहीं बताया है।सब कुछ जानकर मुझे अपने पिता से इतनी नफरत होने लगी कि मैं कुछ बयान नहीं कर सकती।जब अपने घर कानपुर आई, तो माँ पिता से बात करने का मन ही नहीं कर रहा था। मेरे पिता इतने बेशर्म थे कि एक बच्ची के साथ वह सब करते रहे। आंखें गीली और झुकी हुई थी मेरी। मैं घर आकर अपने कमरे में जाकर लेट गई,माँ चाय लेकर आई।मैंने बोला माँ मुझे वो मिली थी- वो कौन माँ ने पूछा। खोटी लड़की- मैंने ऊंची आवाज में कहा, घर पर मेरे पिता भी थे। आज रविवार का दिन था, मैंने जानबूझकर ऊँची आवाज़ में कहा, ताकि वह सुन सकें।

#खोटी लडकी #Kl वो रिश्ता बहुत खास लगा मुझे,बिन रिश्ते के भी जो निभ गया अम्मी ने बताया कि उन्होंने मेरे पिता से इस बारे में बात की, उन्हें समझाया कि अनवर निशा से शादी करना चाहता है। वह गालियाँ देने लगे,अनवर को मारने की धमकी देने लगे। मैं भी जिद पर अड़ गई और पीछे नहीं हटी अनवर का निशा के साथ निकाह करवाकर ही मानी।तेरे पिता ने अनवर को खूब पीटा,सारा मोहल्ला हम पर थू थू करने लगा, मुझे लगा कि यह शहर छोड़ देना चाहिये। हम तीनों किसी को बिना बताये जयपुर आ गये। यहाँ मेरा मायका है,इसलिये सब कुछ आराम से हो गया। हमने किसी को निशा का अतीत नहीं बताया है।सब कुछ जानकर मुझे अपने पिता से इतनी नफरत होने लगी कि मैं कुछ बयान नहीं कर सकती।जब अपने घर कानपुर आई, तो माँ पिता से बात करने का मन ही नहीं कर रहा था। मेरे पिता इतने बेशर्म थे कि एक बच्ची के साथ वह सब करते रहे। आंखें गीली और झुकी हुई थी मेरी। मैं घर आकर अपने कमरे में जाकर लेट गई,माँ चाय लेकर आई।मैंने बोला माँ मुझे वो मिली थी- वो कौन माँ ने पूछा। खोटी लड़की- मैंने ऊंची आवाज में कहा, घर पर मेरे पिता भी थे। आज रविवार का दिन था, मैंने जानबूझकर ऊँची आवाज़ में कहा, ताकि वह सुन सकें। #nojotophoto