जलती हुई मोमबत्ती के सामने, बुझी हुई माचिस की तीली का कोई औकात नहीं..! अतीत... चाहे कितना भी गहरा क्यों न हो,, आज के सामने उसका कोई वज़ूद नहीं....! #स्नेह💕 जलती हुई मोमबत्ती के सामने, बुझी हुई माचिस की तीली का कोई औकात नहीं..! अतीत चाहे कितना भी गहरा क्यों न हो, आज के सामने उसका कोई वज़ूद नहीं..! #स्नेह💕 #immatureink✍️ #nojotohindi