मै पढ़ने लिखने वाला लड़का हु बस अपने आप मे रहने वाला लडका हु आज कल जो तुम्हारी यादे जो सता रही है कही हुआ मुझे इश्क तो नही जिसका मुझे इंतजार था कही वो तुम तो नही नाना कहते थे मै किसी को अपना बुखार भी ना दू तुम्हे दे दिया मैने अपना दिल तो नही मै पढ़ने लिखने वाला लड़का बस खुद मे रहने वाला लड़का जिसके के लिए प्यार भरी बाते लिख रहा हु कही वो तुम तो नही जिसे सब्र नही होता था आज-कल वो सब्र रखने लगा है जिसे पसंद नही इंतजार वो इंतजार करने लगा है कही ये इश्क तो नही ।। -krisswrites । ©kriss.writes मै पढ़ने लिखने वाला लड़का हु बस अपने आप मे रहने वाला लडका हु आज कल जो तुम्हारी यादे जो सता रही है कही हुआ मुझे इश्क तो नही जिसका मुझे इंतजार था कही वो तुम तो नही नाना कहते थे