चाँद जब करीब था और जब हवाएँ सर्द थी सितारें भी रोशन थे और फिजाएं भी मदहोश थी हसीन थी वह रात जब इश्क़ की खुमारी छाईं थी उस लम्हे में मोहब्बत मोहब्बत से टकराई थी मुस्कुराता था ये चाँद उस वक्त कभी शरमाता था ये चाँद न जाने क्यों हमें देख क्यों इतना इठलाता था चाँद गवाह है ये चाँद हमारी मोहब्बत का कभी चाहतों का कभी लम्हातो का...💞 #StreetNight #MyNojotoStory #MyNojoto #mylinesmyhashtag #plzlike