राज मानता दैवेलो,म्हारी मायड़ भाषा ने करां इ राज सूं घणी आसा म्ह राजस्थानी रोज - रोज बांट नाळा छा, माँ भासा री म्हारे रोम- रोम, रूं , सांसा म्ह राजस्थानी जात धरम म्ह बटो मति,सारा मल हाको करो ज्यां मले ज्यांई राजदूता रे देवा टांसा म्ह राजस्थानी जै मल ज्या मायड़ मानता, भर ज्यागा भंडार मले मोट्यारा ने रूजगार ,मले गासा म्ह राजस्थानी घणी करी रे मैनत बरसा- बरस, मायड़ भासा काणे द्या ग्यापन द्यो धरणो,उपरला द्या झांसा म्ह राजस्थानी सेवा करणी जीवता "हरप्रीत" सेवा मातभूम री भासा मिले सूं मानता,राजी होज्या मां सा म्ह राजस्थानी !! दिलीप हाड़ा "हरप्रीत शशांक" #NojotoRajasthani #जय_राजस्थान_जय_राजस्थानी #Nojotohindi #Nojotoenglish #Quote #Gajal #Shayri #Dil #जै_राजस्थान_जै_राजस्थानी #Kavita