जाकर बोल दो संसद के गलियारों में हम किसान नहीं डरते पानी के बौछारो से अगर हम यूं ही पानी के बौछारो से ही डरते होते तुम हर सावन के बाद खाने के लिए तरसे होते हम करते हैं किसानी ठंड मे भी ना डरते बर्फ के ओलों से तुम हमें क्या डराओगे तोप बंदूक और आंसू गोलो से तुम क्या जानो होती किसानी कैसे और किन किन रूप में कभी जलो किसान की तरह वैशाख के चिलचिलाती धूप में अब वो कहते हैं हम किसानो को कि हम इस देश के गद्दार है पर वो इस बात को भूल गए कि हम सब के मत से ही वो गद्दी के हकदार है| •••आलोक••• ©Alok #ISupportKishanAndolan #JaiJawanJaiKisaan farmer protest