ज़िंदगी के मायने सीखते सीखते , यही बात जानी है, की जहान से अलग नहीं हूं मै, भेड़चाल में आगे बढ़कर, कुछ पाने के खातिर, सुकून के लम्हों को खोकर , जहान पे भी जीत मैंने पा ली है, पर अपने ही आजु बाजु में, समाज में समान अधिकार ना पाकर, फ़िर से जीत के जहां को भी, मैंने यह बाजी हारी है। ©Aakanksha Pashine समाज , ज़िंदगी और हम #Nojoto #nojotohindi #Hindi #Shayari #Zindagi #Jahaan #Society #Life