#5LinePoetry ये जो तेरे ख़्वाब मुकम्मल हुए हैं ये सिर्फ़ तेरे नहीं हैं.. ये उनके भी हैं जिन्होंने ...तेरी आंखों से देखे हैं ©Prashant sharma #ख़्वाबों_की_दास्ताँ #अपना_ख़्वाब #अपने_लोग #सफलता_का_राज #5LinePoetry