उदासी की बातें ये मन हर रोज़ करता है कभी खामोश कभी कभी ये दिल रोता है पर खुद से कभी मैं ये सवाल नहीं करता अपनों के बदलने का मैं मलाल नहीं करता क्यों उम्मीद लिए बैठा है दिल उस के आने का खबर तक न हुई जिसे तुझे से बिछड़ जाने का दिल मेरा करता है मुझ से ये दुहाई तक़दीर को मंज़ूर होगी शायद जुदाई पर नज़रें चुरा कर उनका यूँ गुज़रना मुझे उसकी चाहत से करता है रुसवाई लगता है शायद मिल गया है उसे मुझसा कोई या मेरे प्यार की और क़दर अब उससे होने न पाई #yqbaba #shayari #lovequotes #urdupoetry #ishq #malaal #door