Nojoto: Largest Storytelling Platform

जिस भी पथ पर हम रोज चलें। एक  नया   दर्शन   खोज  च

जिस भी पथ पर हम रोज चलें।
एक  नया   दर्शन   खोज  चलें।
सुख-दुख जीवन  के अंग सदा।
बदलें   अपना   यह  रंग  सदा।

जब धन  जाता  है  साथ  नहीं।
रहता  कुछ  भी  है  हाथ  नहीं।
फिर चलता काम सताना क्यों?
पैसों  का  जोड़ - घटाना  क्यों? #पादाकुलक_छंद #जीवनपथ #विश्वासी
जिस भी पथ पर हम रोज चलें।
एक  नया   दर्शन   खोज  चलें।
सुख-दुख जीवन  के अंग सदा।
बदलें   अपना   यह  रंग  सदा।

जब धन  जाता  है  साथ  नहीं।
रहता  कुछ  भी  है  हाथ  नहीं।
फिर चलता काम सताना क्यों?
पैसों  का  जोड़ - घटाना  क्यों? #पादाकुलक_छंद #जीवनपथ #विश्वासी