नही हर साल एक धोखा ना हमको भूल चाहिए हुकूमत अब हमें तुझसे कुछ अच्छे ऊसूल चाहिए, वही बदबू वही कीचड़ वो अंधियाला वही दलदल हमे दिल्ली से अब तो रौसनी भरपूर चाहिए जहालत झूट धोखा और मक्कारी ही क्यू कर है। सियासत हमको तेरे टहनी से अच्छे फूल चाहिए Anzan umar anti dirty politics boy