बिखरती जा रही हूँ बड़ी मुश्किल से ख़ुद को संभाल पा रही हूँ । टूट चुकी हूँ बिलकुल उस टूटे हुए पते की तरह। हवा के हर झोंके से बस डरती जा रही हूँ । पेड़ के होते हुए भी न जाने क्यो । ख़ुद को उस टूटे हुए पते की तरह तनहा ही पा रही हूँ । बड़ी मुश्किल से ख़ुद को हवा के झोंके से बचा पा रही हूँ । #nojoto##self love