हर तरफ धुआँ ही धुआँ, छाया संकट बड़ा भारी है जबसे आया कोरोना महामारी है रिश्ता नाता टुटा बहन भाई क्या है तीर तरकश मे अब बस तबाही का है बचके रहना ये शातिर शिकारी है जबसे आया कोरोना महामारी है जंग लड़ना जीवन से अभी जारी है जबसे आया कोरोना महामारी है ©sad boy shiva #5linespoetry