देखो इन शायरीयों मे,तेरा नाम लिखता हूँ, तेरा ही लहजा, तेरा ही ख्वाब लिखता हूँ... कुछ नादान परिंदा-सा है पागल दिल मेरा, कभी किस्से इश्क़ के,कभी फ़िराक लिखता हूँ... . ©kabir pankaj मैं तुम्हे ही लिखता हूँ.. #writer #Love #Poetry #poem #Baatien #mylove #write #wetogether