आँखों की आँसुओ में, मेरे तकीफ़े डुबकी लगा रहे हैं। साँसों की हवाओं में सपनों के पतंग गोते लगा रहे हैं। दिलो की धड़कनो पे, आख़री उम्मीद लड़खड़ा रहे हैं। जिस्म की गर्मी पे, उम्मीद पिघकते जा रहे हैं। या ख़ुदा, कैसी कसमकस हैं, ज़िदंगी की खेल, जहाँ हर गेंद पे विकेट गिरते जा रहे हैं। praajm_amit😣 #girl ,#life, #lifegame ,#problem,#unlucky #ummid