गुरुर से पायदान तक गुरूर भी जरूरी है...... जीने के लिए ज्यादा झुक कर मिलो..... तो दुनिया पायदान बना लेती है ........ मेरे तजुर्बे .. Madhusudan (suyash) गुरुर से पायदान