जिस दिल को रख्खा था हमने सम्भाल कर, तोड़ दिया तुमने उसे शीशे में ढाल कर सितमगर की चाल है हम काफिर बने रहें, साबित वफा करें ही क्यों कतरा निकाल कर अबके तो बहुत आए हैं ग़मख़्वार हमारे, तब तहज़ीब दिखाई थी नस्ल-ए-सवाल कर मैं ख़ाक हूँ , गर्द ही हूँ शौहरत नहीं कोई, अगरचे बात करना हमसे लहजा संभाल कर #yqbaba #yqdidi #गजल #काफिर #ग़मख़्वार #नस्ल #ekrajhu प्रतिक्रिया का इंतजाम 🙏