हर रोज़ ये शाम उदास सी यूं ही मेरी खिड़की पर आ बैठती है खुद नहीं मेरे पास मुस्कुराने की वजह कोई तो इसको कहां से दूं यूं ही ये शाम उदास सी बैठ जाती है मेरी खिड़की पर #yqquotes #yqdidi #yqhindi #yqhindishayari #yqtales #basyuhi #sadquotes