अंतर दीपक आज जला दो, मन की कालिख आज मिटा दो, द्वेष, ईर्ष्या, क्रोध, और नफऱत, मन का हर विकार मिटा दो, शांत और स्थिर जीवन का, धम्म ज्ञान हमें आज सिखा दो, प्रेम और करुणा का अमृत, अपने कर से आज पिला दो, बुद्ध शरण में ये जग सारा, परम शांति का मार्ग दिखा दो, अब इस जीवन में मेरे भी, बोधि का संगीत बजा दो ।। - विनय #NojotoQuote BUDDHA #Buddha #Enlightenment