अनजाना सा एक दर्द सिमटा है मुझमें जिससे मेरी रूह को रिहाई नहीं मिल रही, मिट जाए जिससे ये गम मेरा वो खुशियों की दवाई नहीं मिल रही। ©Gunjan Rajput अनजाना सा एक दर्द सिमटा है मुझमें जिससे मेरी रूह को रिहाई नहीं मिल रही, मिट जाए जिससे ये गम मेरा वो खुशियों की दवाई नहीं मिल रही। #berang #Life #Life_experience #thought #Poetry #Happiness #story