जीवन मे चुपके से आई मृग नयनी है एक। सर्वगुणों की खान है वह और हृदय से नेक।। पग पग पर जो साथ है परिस्थिति प्रत्येक में। भिन्न भले दिखते हों हम द्विभाग हैं एक में।। सर्वसमर्पित एक दूजे प्रति ऐसा कुछ विशेष है। न कोई छल कोई मन में और नहीं कोई द्वेष है।। जीवन संगिनी के रूप में वह है प्राण आधार। ऐसे अतुल्य उपहार हेतु ईश्वर का है आभार।। चुपके से... #चुपकेसे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #love #lovequotes चुपके से जीवन मे चुपके से आई