Nojoto: Largest Storytelling Platform

उसी पे मरता था उसी के लिए जीता था छुप छुप के दरवाज

उसी पे मरता था उसी के लिए जीता था
छुप छुप के दरवाजे से रोज उसे निहारता था।
रोज सुबह सबसे पहले उसका स्टेटस खोलता था,   
उसके तस्वीर को देख खुशी से झूम उठता था 
मानों सारा खुशी ही मिल गया हो 
यही सोच में उनके तस्वीर में खो जाया करता था। 
दिल अनजान था बड़ा ही नादान था 
कब उससे दिल लगा बैठा था।। 
यह भी मुझे नहीं पता था, 
एक वही लड़की थी जिसे मैं अपना सब कुछ मान बैठा था।। 2।। Love always give me a new way to write..
उसी पे मरता था उसी के लिए जीता था
छुप छुप के दरवाजे से रोज उसे निहारता था।
रोज सुबह सबसे पहले उसका स्टेटस खोलता था,   
उसके तस्वीर को देख खुशी से झूम उठता था 
मानों सारा खुशी ही मिल गया हो 
यही सोच में उनके तस्वीर में खो जाया करता था। 
दिल अनजान था बड़ा ही नादान था 
कब उससे दिल लगा बैठा था।। 
यह भी मुझे नहीं पता था, 
एक वही लड़की थी जिसे मैं अपना सब कुछ मान बैठा था।। 2।। Love always give me a new way to write..
kundanspoetry7099

KUNDAN KUNJ

Bronze Star
New Creator