अरमान है एक छोटा सा, घर हो एक अपना और वो भी बड़ा सा । एक इस सपने के साथ, घूम लिए हैं मैंने कई शहर , लेकिन मिला नहीं कहीं ठहर । घर बनाने में कोई नहीं है अवरोध, पैसा भी है पर कदम रुक नहीं रहे, किसी एक ओर । ना जाने कब अपना घर बनेगा, किराए के मकान से निकलकर, कब अपने घर में जीने मिलेगा !! #napowrimo #कोनेमें #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi