झूठ बोलकर उसदिन वो पूरे महफ़िल में छा गया। देखते ही देखते स्त्री-पुरुष, बच्चे-बूढ़े सबको भा गया।। जब सच का पता चला सबको तो तारीफ करने वालें ओठों ने ही कहा देख-देख बहरूपिया आ गया। - आदित्य भारद्वाज #सच्चाई #के #रास्ते #पर #अच्छाई #को #सामने #दिखने #में #समय #लग #जाता #है।