रंग रंग के अब रंग दे मुझे आ लगा ले तू अब अंग से मुझे फीका लगता था यह जीवन के रंग बेढंगा था मेरे जीने का ढंग तूने जब से रंगा अपने रंग में सनम चमा चम अब चमका दे मुझे बहुतो रंग में रंगा है यह सारा जहां पर मुझ पर पिया तेरा रंग है चढ़ा इस में घुल के अब जाए कहां धक धक फिर से धड़का दे मुझे मैं बिजली बन के चमकने लगी मैं बारिश सा फिर बरसने लगी मैं गुनगुनाती रहूं हर दम पिया आ छुके तू सरगम बना दे मुझे यह अंबर रंगा, यह धरती रंग अब मैं भी तेरे जैसा होने लगी फिर कभी ना छूटे ये रंग कुछ ऐसा अब असर दे मुझे रंग रंग के अब रंग दे मुझे #NojotoQuote #holi hai